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बुधवार, 25 अगस्त 2010

अक्षर अगर शब्द बन जाये

अक्षर अगर .....
लफ्ज़ो से कुछ कहना चाहा उनसे, लफ्ज़ो ने साथ छोड दिया
हमने उनको चाहा "प्रतिबिम्ब"  उन्होने हमारा साथ छोड दिया


अक्षर ....
अक्षर कुछ नही बस अक्षर है
अक्षरो से कुछ होता नही असर है
बिखरे अक्षर समझा नही पाते है
जुड जाये तो बात बना देते है
भावो के लिये अक्षरो का मिलना जरुरी है
फिर अक्षरो का भावो मे ढलना जरुरी है

अक्षर अगर...
अक्षर अगर शब्द बन जाये
शब्द अगर भाव बन जाये
शब्द अगर प्यार बन जाये
शब्द अगर इज़ज्त बन जाये
शब्द अगर इंसानियत बन जाये
शब्द अगर देशभक्ति जगाये
शब्द अगर दोस्त बन जाये
शब्द अगर रिश्ते बन जाये
शब्द अगर समाज बन जाये
शब्द अगर दुशमन बन जाये
शब्द अगर तक्दीर बन जाये

अक्षर अगर शब्द.....
शब्द फिर भी अधूरे है
जब तक इनमे मन से विश्वास ना हो
जब तक इसमे मन से समर्पण ना हो
जब तक इसमे मन से  आदर ना हो
जब तक इसमे मन से  काम न हो
जब तक इसमे मन से  भाव न हो

अक्षर तब  शब्द बन ....
अक्षर तब  शब्द बन जाते है
जब आपकी बातो से सोच बदलने लगे
जब आपकी बातो से समाज जुडने लगे
जब आपकी बातो से ज़ज़्बात उभरने लगे
जब आपकी बातो से परिवर्तन आने लगे
जब आपकी बातो से महक फैलने लगे

अक्षर तब  शब्द बन जाते है!!!!!!!!

प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल, अबु धाबी, यूएई

3 टिप्‍पणियां:

  1. वाह प्रतिबिब्म जी .
    आप तो कमाल पे कमाल किये जा रहे हैं .
    फिर भी हमेशा कुछ नए कि प्रतीक्षा रहती है आपसे ...
    कमाल कर दिया आपके इन अक्षरों ने तो ...
    आज तो आपको कुछ कहने के लिए मेरे शब्दकोश में कुछ शब्द ही नहीं मिल रहे हैं

    जवाब देंहटाएं
  2. AKSHAR AGAR DESH BAN JAAYE ...
    KAMAAL KI SOCH
    BILKUL NAYA ...MAULIK....PRATIJI

    जवाब देंहटाएं
  3. We ourselves should work hard to achieve the target in-spite of waiting for "if".
    One should be very optimistic, be sure that akshar have to be converted in to shabd and further process will go on.

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणी/प्रतिक्रिया एवम प्रोत्साहन का शुक्रिया

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