पृष्ठ

रविवार, 26 जून 2011

आओ आज़ादी का जश्न यूं मनाये



आओ आज़ादी का जश्न यूं मनाये

आओ आज़ादी का जश्न यूं मनाये
स्वार्थ को स्वयं से दूर हम  हटाये
बुराई को समाज से हम दूर भगाये
संस्कृति अपनी विश्व मे हम फैलाये
देश  द्रोहियों को सबक हम सिखाये
आओ देश हित मे हम एक हो जाये
शहीदो को याद कर शीश नवायें
हालात मांगे तो हम शीश चढ़ाये
कर्तव्यनिष्ठ होकर देश को उन्नत कराये
सच्चे नागरिक बन अपना फर्ज़ निभाये
वक्त  आया, इसके साथ कदम बढ़ाये
अपने भारत को बुरी नज़र से बचाये
जन जन मे 'प्रतिबिंब' ये संदेश जगाये
येसा देश प्रेम का गीत हम गुनगुनाये

-      प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल 
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...