tag:blogger.com,1999:blog-167163466501797809.post8630888777073635747..comments2023-08-19T16:04:07.654+05:30Comments on मेरा चिंतन - चिंतन मेरे मन का: तुम ....Unknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-167163466501797809.post-18220243114341334742015-11-10T08:13:55.771+05:302015-11-10T08:13:55.771+05:30धन्यवाद प्रभा जी ..आपके स्नेह आशीर्वाद हेतू ... शु...धन्यवाद प्रभा जी ..आपके स्नेह आशीर्वाद हेतू ... शुभम Barthwalhttps://www.blogger.com/profile/10624244011547494333noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-167163466501797809.post-91562726231081887852015-09-20T00:46:09.280+05:302015-09-20T00:46:09.280+05:30भानु की किरण संग, कर प्रभु स्मरण मैं करूँ तेरा ध्य...भानु की किरण संग, कर प्रभु स्मरण मैं करूँ तेरा ध्यान<br />बनी रहे खुशियाँ तेरी, मिलता रहे जग में मान - सम्मान<br />मेरी अभिलाषा की आशा तुम, सफलता की हो तुम सोपान<br />जो चाहो पा जाओ तुम, हर कदम सफलता से हो पहचान.........<br />आकण्ठ प्रेम में डूबी ,प्रिया के सुख-सम्मान, शुभ-सफलताओं की कामनाओं से सराबोर,अप्रतिम शब्द और भावों से परिपूर्ण बहुत सुन्दर लयबद्ध रचना...बधाई प्रतिबिम्ब जी....शुभकामनाएँ।prabhahttps://www.blogger.com/profile/08711339854696969546noreply@blogger.com