पृष्ठ

शुक्रवार, 14 अगस्त 2009

सुनो वतन के रखवालो


- सुनो वतन के रखवालो -

हे माटी के मतवालो, गीत हिंद के गा लो,

हर धर्म का है मान यहां, प्रेम जहां की भाषा है,

मां यही है,शक्ति यही है, सुनो वतन के रखवालो

सुनो वतन के रखवालो, गीत हिंद के गा लो।

इस माटी मे हम जन्मे हैं, इस माटी से प्यार करो,

प्यार हमारी शक्ति है, इसी में छुपी देश भक्ति है,

तिरंगे ध्वज की गरिमा को, आंच कभी ना आने देंगे।

सुनो वतन के रखवालो, गीत हिंद के गा लो।

आजादी कही छिन ना जाये, भारत को हमें बचाना है

वतन पर मरने वालो की, हमे यही तो दीक्षा है,

उठो स्वयं को तैयार करो, माटी का कर्ज चुकाना है,

सुनो वतन के रखवालो, गीत हिंद के गा लो।

भारत में रहनेवाला , हर एक इंसा हिन्दुस्तानी है,

धर्म कहीं लुटने ना पाये, करनी इसकी निगरानी है,

मां की लाज बचानी है, यही एक हमारा नारा हो।

सुनो वतन के रखवालो, गीत हिंद के गा लो।

सब युवाओ के कंधो पर, बागडोर है भारत की,

अब घडी है परीक्षा की, इसके लिये हर पल तैयार रहो,

गर्व है तुम पर भारत मां को, उसका पूरा स्म्मान करो।

सुनो वतन के रखवालो, गीत हिंद के गा लो।

यह देव्य भूमि है, यह पुण्य भूमि है, इस पर कितने अवतार हुये,

हम स्वयं अंश है इस भूमि के, फिर क्यो कोई अपमान सहे,

दे देंगे जीवन अपना भी, लेकिन मां को कुछ ना होने देगे।

सुनो वतन के रखवालो, गीत हिंद के गा लो।

आज वचन ले हम सब, इसकी रक्षा करने का,

मर जायेंगे, मिट जायेंगे, सेवा मे अपने वतन की,

धर्म यही है कर्म यही है, हम तिरंगे के मतवालो का।

सुनो वतन के रखवालो, गीत हिंद के गा लो।

- प्रतिबिम्ब बड्थ्वाल, आबू धाबी, य़ू ए ई

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...