हमारी संस्कृति
साध्य और साधना से, निरन्तर ये है खिलती जाती
जीवन का सार समझाती जाती, रामायण और गीता
धर्म - अर्थ और काम - मोक्ष, चारों इसकी विशेषता
सर्वभौम है जिसमें धर्म, पंथ करते जिसकी अगुवाई
सनातन धर्म से सुशोभित है, हमारी अपनी संस्कृति
सब धर्मों का आधार भी है, हमारी सनातन संस्कृति
मानसिक ओर सामाजिक गुणों का, बोध है कराती
वेद मूलक हमारी संस्कृति, परमात्मा से हमें मिलवाती
छोड़ मोह पाश्चात्य का, संस्कृति पर अपने अभिमान करें