आज 61 का हुआ अपना गणतंत्र
सोचो क्यों भ्रष्ट हुये इसके कुछ तंत्र
तिंरगा लहराना हमारी देशभक्ति का बोध है
तिंरंगा फहराना बना आज क्यों अपराध है
आज तिंरगा भारत में फिर लहरायेगा
सबको भारत आज खूब याद आयेगा
आज तिरेंगे की कहेगे सब एक नई कहानी
कभी कहेंगे अपनी तो कभी दूजे की जुबानी
बहुत पुराना है तिरंगे का इतिहास
ये रंग हैं शान्ति, प्रेम और साहस
भारत की सीमाओ का ये प्रहरी है
इससे प्रेम व सम्मान देना जरुरी है
राजनीति इसका मक्सद ना बन पाये
आओ देश हित मे सब एक हो जाये
जय हिंद !!!!!!
- प्रतिबिम्ब बड्थ्वाल
तिंरगा लहराना हमारी देशभक्ति का बोध है
जवाब देंहटाएंतिंरंगा फहराना बना आज क्यों अपराध है
बहुत सटीक और सार्थक टिप्पणी...गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई !
प्रतिबिम्ब जी !आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (28/1/2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
bahut sarthak sandesh deti hai aapki
जवाब देंहटाएंsundar rachna.
बहुत सुन्दर सार्थक सन्देश देती देशप्रेम को प्रदर्शित करती रचना...आभार
जवाब देंहटाएंजय हीन्द
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