मोदी की जय जयकार से आडवाणी जी को चढा बुखार
नितीश को लगा झटका, न सुनी भाजपा ने उसकी पुकार
मोदी है वो कदम जो सत्ता तक ले जाये, ये हुआ संचार
सोचा गठ बंधन में पहले मजबूत करे हम अपना आधार
मान गए थोड़ा आडवाणी, भाजपा को कुछ राहत हुई
मान मनोवल से मना लिया, पर साख कुछ आहत हुई
जदयू ने कुछ गणित किया, तेवर दिखलाने शुरू किए
देश की नही सोच अभी भी, विपक्ष को सबने शस्त्र दिए
अल्पसंख्यंक के नाम पर संप्रदायिकया को भुनाते हैं सब
इतने वर्षो में अल्पसंख्यंकों का उद्दार किस ने किया कब
वोट बैंक है गरीब और अल्पसंख्यंक, इंका भला होगा कब
इसे भुनाने और जीतने की खातिर ख्याल आता है जब तब
साख लिपटी घोटालो मे, मुंह काला किया कोयले की दलाली मे
सीना चौड़ा, मुंह मे कडवे बोल, हुये बेशर्म राजनीति के खेल मे
भाजपा का भी कांग्रेसी करण हुआ आज निजी स्वार्थ के क्षेत्र मे
देश की सोच कहीं पीछे छूटी, लड़ते हैं अपना अस्तित्व बचाने में
मैं आम आदमी, रोटी कपड़ा और मकान के लिए करता काम
सोच रहा हूँ किस दिन कोई नेता, दिल से लेगा हमारा नाम
एमएलए/एमपी का फंड मिलता उन्हे, कब करेंगे हमारे नाम
वोट देते एक आस में, मिले रहने को छत, भूख मिटे सुबह शाम
- प्रतिबिंब बड़थ्वाल
बहुत सुन्दर कबिता संग्रह ,,,,
जवाब देंहटाएं