आखिर लोक सभा में
वोट सिक्यूरिटी बिल पास हो गया
सपना सत्ता में वापिस आने का
आखिर एक कदम आगे बढ़ ही गया
ठोस कुछ किया नही
घोटालो के मामले बने है सत्ता का रोड़ा
एक मात्र सहारा नाम गरीब का
वोट सिक्यूरिटी बिल से सकूं मिला थोडा
गरीब देख हक्का बक्का है
६५ वर्षो से गरीबी खेल का बना एक्का है
गरीब को मिटा आंकड़ो से खेल
इतने सालो में बस वोट को किया पक्का है
आंकड़ो का मनभावन खेल
खेलती और पीठ थपथपाती अपनी सरकार
बढ़ती महंगाई और गिरता रुपया
ले नाम गरीब का, जनता का करते तिरस्कार
अपना हित देखती सरकार
करने इसे पूरा संसद को बनाती हथियार
गरीब और अल्पसंख्यंक है बस मुद्दा
ये दोनों ही है उसके अपने वोट बैंक आधार
गरीब और अल्पसंख्यंक
हालात आज भी नही बदले है, जहाँ थे वही खड़े है
एक को लोलीपोप, दूसरे को आरक्षण
इसके सिवाय दिया क्या, लोग एक दूजे से लडे है
- प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल
एक और नया रास्ता घोटाला करने के लिए .... सटीक
जवाब देंहटाएं"मुनाफाखोरो" को भी तो खुश रखना है और जनता का वोट बैंक भी बचाना है
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