उत्तर
...
मैं
बहुत
सवाल करता हूँ न ?
खामोश
रात के बीतते ही
सुबह
से लेकर शाम तक
शोर
प्रश्नों
की बौछार!!!
फिर
भी तुम
बिना
तंग हुए
स्थिति
के मध्य्नज़र
देती
हो बेहतर उत्तर
परिस्थिति
से
सामना
कराते उत्तर
प्रेम
से सराभोर
शरीर
के रोम रोम से
उभरते
अहसास
बेहिचक
बन
जाते है
सटीक
उत्तर
बचपन
की उत्सुकता लिए
तुम्हारे
अनगिनत प्रश्न
लेकिन
मैं तो तुम हूँ
तुम्हारे
ही प्रश्नों के
कहे
अनकहे उत्तर
और
सच कहूं
मैं बनता जा रहा हूँ
केवल
तुम्हारा उत्तर
और
जीने लगा हूँ
वो
दायरा
जिसकी
सीमा तुम हो ....
- - प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल २५/०१/२०१७
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