प्रेम उत्सव
व्योम मंडल हर्षित, मधुर आलिंगन अपेक्षित
अव्यक्त गूँज उठता, स्पर्श होता अभिव्यक्त
तत्क्षण स्वीकार जिसे, उत्कृष्ट होता अनुराग
प्रेम साधना पुरुस्कृत, पुलकित बसंत राग
कामना से अलग, उत्सर्ग जोत प्रज्वलित
प्रेम प्रांगण सुशोभित, गीत संगीत अनुमोदित
अधरो की मनमानी, छंद नव परिभाषित
हर पल उत्सव, नवोदित यौवन अनुभूति
रोम - रोम परितृप्त, तीव्र सुंगधित श्वास
आंचल में शरणागत, हर पल मधुरमास
स्वीकृत प्रेम पीयूष, मदहोश नयन प्रमुदित
स्नेह उपहार मनोहर, चेतना सज्जित तरंगित
स्पन्दन राग कौतुक, प्रेम प्रशस्ति अलंकृत
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