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गुरुवार, 9 सितंबर 2010

आओ सोचे..



रोटी रोटी करता है हर गरीब का पेट
स्वाभिमान से नही भरता गरीब का पेट
ईमानदारी से नही भरता गरीब का पेट
सांतवना से नही भरता गरीब का पेट

एक रोटी मिल जाये अगर
पेट शायद उसका भर जाये
जीने की आस शायद
आज उसे फिर मिल जाये

पेट पर हाथ फेरता है
हर कोई खाने के बाद
गरीब पेट पकड कर सोता है
हर शाम ढल जाने के बाद

खा पी कर मस्त है
जनता हो नेता हो या अभिनेता
गरीब तो बस सोचता है
काश एक रोटी का इंतज़ाम कर लेता

चित्र मे दिखता है
लेखो मे नज़र आता है
कविता मे नज़र आता है
क्या गरीब का पेट इस से भर जाता है

खा पी के सोचे हम
गरीब का खाली है क्यो पेट  
बस लिख कर वाह वाही बटोर कर
क्या भर पाते है हम इनका पेट

आओ अब मिल कर सोचे
अब तो भर चुके हम अपना पेट
बस एक सोच जगानी है
कैसे भरे अब हम उनका पेट

प्रतिबिम्ब बडथ्वाल, अबु धाबी, यूएई
[यह कविता मात्र रचना के लिये नही है आप एक हल भी लिखे]

4 टिप्‍पणियां:

  1. unka pet bharne ke liye unhe hi aage aana hoga.
    sarkari kramchari to bus khate rahte hain,
    abhi kuch hi dino ki baat h m ek roadwys bus me travel kar rai thi to thodi hi door jana tha.5 rs ke ticket ke pase to usne mjhse le liye parntu ticket nai diya ,mane usse ladai ki kahta bithaya wo kam h kya ?
    baat 5 rs ki nai h dosto baat apke hak , swabhimaan or sahi rah ki h..
    wo mera kya lagta h jo m uski jeb me 5 kyu 2 rs bhi dalu.
    gita me bhi likha h ki apna hak khud mangkar lena chaiye nai to apradhi pisne wala bhi hota h.
    or phir jab koi awaj uthaye to uska sath bhi dena chaiye ye mat socho ki hmari smasya nai h.jaha baat adhikaar ki h to adhikaar to hum sab ke hain.
    hame ladna hoga un logo se,bhrastachar se,or mera chahe koi sath na de par bund bund se ghada bharta h..m rokugi bhrastachar ko.

    जवाब देंहटाएं
  2. चिंतन प्रस्तुत करती और लोगों को सोचने पर विवश करती रचना ...

    गरीबों के लिए
    योजनाएं बनाते हैं
    पर भरे पेट वाले ही
    पेट भर खाते हैं ..

    जवाब देंहटाएं
  3. bahut sundar rachna hai prati ji.... aur miljool kar vichaar karte hai... jab sab mil kar kaam karenge ..gareeb ki roti ke liye aur unko kaam karne aur mehnat karne ke awsar miley.... berojgaari ki jagah chotaa rojgaar hi ho..... ye roti unko mil payegi...

    जवाब देंहटाएं
  4. Aap ne likha hai achha par kya ugaya singal ped.

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणी/प्रतिक्रिया एवम प्रोत्साहन का शुक्रिया

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