एक घटना घटी नहीं कि
तन मन में रोष
लेख, स्टेट्स और प्रोफाइल में
आक्रोश ऐसा जैसे
क्रोध की ज्वाला में
सारे पापी जल कर
खाक हो जायेंगे
गालियों के ताने बाने सहित
सरकार पर कठोराघात करते
विपक्ष और सम्मानित नागरिक
झूठी जनता
एक वर्ग को कोस कर
मोमबती जला कर
अपनी सेल्फी खिंचवाकर
पीड़ित को भुनाकर
और मृत्या को
श्रद्धासुमन अर्पित कर
कुछ दिन शोर मचाकर
आक्रोश के ठेकेदार
फिर अपनी ही खाल में
छुप कर दुबक कर
बैठ जाते है
अगली घटना के होने तक
प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल १५/०४/२०१८
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