मनाएं गणतंत्र दिवस, संविधान का सम्मान कर
भारतीय संविधान का हम अपने जाने मूल मंत्र
स्वतंत्र विकास व् जीवनयापन का हमें अधिकार
संविधान के भाग ३ में हैं हमारे मौलिक अधिकार
पहले सात थे, अब हैं हमारे ६ मौलिक अधिकार
कर संशोध ४४वा हटा लिये संपति का अधिकार
बना दिया ३००-क के तहत तब कानूनी अधिकार
१४-१८ अनुच्छेद देता है समता का अधिकार
१९-२२ में मिलता हमें स्वतंत्रता का अधिकार
२३-२४ में उदृत है शोषण के विरुद्ध अधिकार
२५-२८ में मिलता धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
२९-३० देते हमें संस्कृति व शिक्षा का अधिकार
३२ में मिलता है संविधानिक उपचार अधिकार
कर्तव्य ही अधिकार का होता सच्चा स्त्रोत है
कर्तव्यनिष्ठ जीवन शैली को अपना बनाना है
संसाधनों संग देशहित का हमें रखना ध्यान है
नैतिक कर्तव्य को हमें अपने व्यवहार में लाना है
स्वयं में व समाज में जागरूकता को लाना है
अपने शाश्वत मूल्यों का हमें निर्धारण करना है
प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल, २५ जनवरी २०२१
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